बशर्ते मोहब्बत करके भी, बेवफ़ा मैं रहा
तुम्हारी सारी उलझनों को सुलझा कर भी, दरकिनार मैं रहा
अपनी सारी खुशियाँ देकर भी, दगाबाज मैं रहा
ना चोरी की, ना डाका डाला, सिर्फ प्यार किया तुमसे,
फिर भी ताउम्र अपराधी मैं रहा
आखिर किस बात पर ख़फा हो तुम
क्या अबभी कोई इलज़ाम बाकी रहा ?
तुम्हारी सारी उलझनों को सुलझा कर भी, दरकिनार मैं रहा
अपनी सारी खुशियाँ देकर भी, दगाबाज मैं रहा
ना चोरी की, ना डाका डाला, सिर्फ प्यार किया तुमसे,
फिर भी ताउम्र अपराधी मैं रहा
आखिर किस बात पर ख़फा हो तुम
क्या अबभी कोई इलज़ाम बाकी रहा ?
Besharte mohabbat karake bhi, Bewafa main raha
Tumhari sari ulajhanon ko sulajha kar bhi, Darkinar main raha
Apni sari khushiyaan dekar bhi, Dagabaaz main raha
Na chori ki, Na daaka dala, Sirf pyaar kiya tumse,
Phir bhi taumr aparadhi main raha
Akhir kis baat par khafa ho tum
Kya ab bhi koi ilazaam baki raha ?
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